विश्वविख्यात महान वैज्ञानिक स्टीफन विलियम हॉकिंग (Stephen
William Hawking) का जन्म 8 फरवरी 1942
को ऑक्सफ़ोर्ड शहर,इंग्लैंड,UK में हुआ था। इनके पिता का नाम फ्रेंक हॉकिंग तथा माता का नाम इसाबेल हॉकिंग है और ये दोनों ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़े थे।इनके पिता फ्रेंक एक medical
research institute में medical researcher(चिकित्सा शोधकर्ता) के रूप में तथा इनकी माता इसाबेल एक सचिव का काम किया करती थी ।हॉकींग की दो छोटी बहनें, फिलिप्पा और मैरी है और एक दत्तक भाई एडवर्ड हैं।और अभी इनका निवास united kingdom में है। Hawking
को 21 साल की उम्र में ही Amyotrophic Lateral Sclerosis (ALS) नामक बीमारी हो गयी थी, जो कभी ठीक नहीं की जा सकती और इसके कारण धीरे-धीरे उनके शरीर के अंगो ने काम करना बंद कर दिया और वे आज वे एक wheelchair
पर बैठते हैं, और computer
machine से बात करते हैं,उन्होंने अंतरिक्ष विज्ञानं के क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है।यह एक हैरत की बात है कि महान खगोल शाश्त्री गलीलियो गेलीली और स्टीफन हॉकिंग का जन्मदिन एक ही तिथि को आती है ।
उस समय ऑक्सफ़ोर्ड का पाठ्यक्रम ऐसा था कि जिसमे ज्यादा मेहनत नही होती थी | Stephen Hawking स्टीफन दिन में केवल एक घंटा पढाई करते थे | वो पुस्तके नही पढ़ते थे बल्कि कक्षा में पढ़कर उनके नोट्स बनाते थे फिर पुस्तको में उन नोट्स से कमिया निकालते थे | अब जब वो कॉलेज के तीसरे वर्ष में आये तो उन्होंने प्रमुख विषय के रूप में कोस्मोलोजी का चयन किया | इस विषय में ब्रहमंड की उत्पति और उसके रहस्यों के बारे में पढाई होती थी | अब ऑक्सफ़ोर्ड के अंतिम वर्ष में वो पी एच डी के के लिए पहले ही कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में एप्लीकेशन दे दी थी लेकिन वहा के प्रोफेसर ने बताया कि यदि वो ऑक्सफ़ोर्ड में प्रथम श्रेणी से पास करेंगे तभी उनको कैम्ब्रिज में प्रेवश मिलेगा |
वो अब तक तो केवल पास होने के लिए पढ़ा करते थे लेकिन जब उन्हें पता चला कि प्रथम श्रेणी से पास होना जरुरी है तो पढाई में जुट गये | अब परीक्षा के नजदीक आते ही उनको घबराहट होने लगी थी कि यदि प्रश्नपत्र उनके अनुरूप नही आया तो वो आगे नही पढ़ पायेंगे | इस कारण उनको रातो को नींद नही आती थी फिर भी उन्होंने पुरे आत्मविश्वास के साथ परीक्षा दी और ऑक्सफ़ोर्ड में स्नातक की उपाधि प्रथम श्रेणी से प्राप्त की | अब प्रथम श्रेणी से पास होते ही उनकी खुशी का ठिकाना नही रहा क्योंकि अब वो आगे की पढाई के लिए कैम्ब्रिज में प्रवेश ले सकते है |
Graduate From Cambridge University: अब Stephen Hawking स्टीफन हाकिंग ने 1962 में कैम्ब्रिज में दाखिला ले लिया | उनका कैम्ब्रिज में पहला वर्ष बहुत खराब निकला था क्योंकि उनके दैनिक कार्यो में बाधाये आ रही थी | सर्दियों में वो अपने जूते की लेस भी नही बाँध पाते थे | जब स्टीफन हाकिंग के पिता को उनके पुत्र में बदलाव नजर आया तो वो स्टीफन हाकिंग को उनके फॅमिली डॉक्टर के पास लेकर गये | जब डॉक्टरों और विशेषज्ञ ने स्टीफन हाकिंग की जांच की तो उन्हें पता चला की स्टीफन हाकिंग Stephen Hawking एक आसाध्य बीमारी से ग्रसित है जिसका नाम Amyotrophic Lateral Sclerosis [ALS ] है | इस बीमारी में ग्रसित व्यक्ति का स्नायु तन्त्र से नियन्त्रण खत्म होने लगता है जिससे उसके शरीर के हिस्से धीरे धीरे काम करना बंद कर देते है | अंत में श्वसन तन्त्र भी काम करना बंद कर देता है जिससे व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है |
इस बीमारी में केवल आदमी का दिमाग ठीक रहता है लेकिन इससे जुडी तंत्रिकाए काम करना बंद करती जाती है | स्टीफन ने जब इस बीमारी के दुष्परिनाम सुने तो उनके दिमाग में डर की बजाय इस बीमारी के कारणों के प्रश्न उठ रहे थे कि इस रोग से केवल वो ही क्यों ग्रस्त हुए और इस रोग से उनकी हालत कब खराब हो जायेगी | डॉक्टरो ने उन्हें पीएच डी लगातार करने की सलाह दी ताकि उनकी पढाई पुरी हो जाए | अब धीरे धीर वो मन ही मन दुखी हो रहे थे कि अगर मौत ही आनी है तो पढकर क्या करना है और डीग्री किसको दिखानी है | एसी बाते सोचकर स्टीफन हाकिंग डिप्रेशन में चले गये थे और शराब पीना शुरू कर दिय था |
अब बीमारी का निदान होने से पहले ही जीवन से परेशान हो गये थे | अब उन्होंने अपने मन को सम्भाला और सोचा कि अगर उनको मौत ही आनी है तो क्यों ना दुसरो का जीवन बचाकर और कुछ भला काम किया जाए | अब डॉक्टरों ने स्पष्ट रूप से स्टीफन हाकिंग के पिता को कह दिया था कि उनका पुत्र दो साल से ज्यादा जीवित नही रहेगा | जब दो वर्ष बीते तब उनकी बीमारी बढी नही बल्कि उसका बढना रुक गया | हाकिंग को अब जीवन में आनन्द आने लगा था क्योंकि उन्होंने मौत को तो मात दे दिया था लेकिन विकलांगता फिर भी एक सत्य था | अब उन्होंने लाठी के सहारे चलना शुरू कर दिया |
- नाम: स्टीफन विलियम हॉकिंग
- जन्म: 8 जनवरी,1942
- स्थान: Oxford, England,United Kingdom
- राष्ट्रीयता: ब्रिटिश
- उपाधि: सैद्धांतिक,भौतिक विज्ञानी,ब्रह्मवैज्ञानिक, Hawking radiation Penrose–Hawking theorems प्रमेय के खोजकर्ता.
- मौत: 14 March 2018
Stephen William Hawking in Childhood
Hawking का परिवार पहले लन्दन के हायगेट शहर में रहता था जहाँ उन्होंने दो बेटियों को जन्म दिया था और एक पुत्र को गोद भी लिया जिसका नाम एडवर्ड था ।लेकिन द्वितीय विश्व युद्ध के कारण बहुत बमबारी होने के कारण उनके परिवार को वह खतरा महसूस हुआ और उन्होंने वह से किसी सुरक्षित जगह पर जाने का फैसला किया ,फिर उन्हें पता चला की Oxford
शहर में बमबारी नहीं होती है तो वहि जा उनके लिए उचित होगा और वे दोनों Oxford
चले गए जहाँ स्टीफन विलियम हॉकिंग का जन्म सलामती से हुआ ।जन्म के समय Howking
बिलकुल स्वस्थ थे और उन्हें किसी भी प्रकार की बीमारी नहीं थी ।इनके माता पिता फ्रेंक हॉकिंग तथा इसाबेल पढाई का महत्व जानते थे इसलिए उन्होंने को लंदन के अच्छे और प्रख्यात पब्लिक स्कूल में पढ़ाने का फैसला लिया था मगर बीमारी के कारण गाव में ही पढ़ाना पड़ा ।
Education of Stephen William Hawking
Undergraduate from Oxford: Stephen Hawking स्टीफन हाकिंग के पिता को उनकी गणित के प्रति रूचि बिलकुल अच्छी नही लगती थी क्योंकि उस समय गणित के बल पर अध्यापक के अलावा ओर कोई नौकरी नेहे थी | फिर उन्होंने पिता की बात रखने के लिए गणित के साथ रसायन विज्ञान और पदार्थ विज्ञान की पढाई करने का विचार किया जिसके लिए उनको ऑक्सफ़ोर्ड में दाखिला लेना था | इसलिए 17 साल की उम्र में उन्होंने ऑक्सफ़ोर्ड में प्रवेश ले लिया | शुरुवात के दिनों में उनकी पढाई में बिलकुल रूचि नही थी लेकिन बाद में अपने मित्रो की वजह से उन्होंने पढाई में रूचि दिखाना शुरू कर दिया था |उस समय ऑक्सफ़ोर्ड का पाठ्यक्रम ऐसा था कि जिसमे ज्यादा मेहनत नही होती थी | Stephen Hawking स्टीफन दिन में केवल एक घंटा पढाई करते थे | वो पुस्तके नही पढ़ते थे बल्कि कक्षा में पढ़कर उनके नोट्स बनाते थे फिर पुस्तको में उन नोट्स से कमिया निकालते थे | अब जब वो कॉलेज के तीसरे वर्ष में आये तो उन्होंने प्रमुख विषय के रूप में कोस्मोलोजी का चयन किया | इस विषय में ब्रहमंड की उत्पति और उसके रहस्यों के बारे में पढाई होती थी | अब ऑक्सफ़ोर्ड के अंतिम वर्ष में वो पी एच डी के के लिए पहले ही कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में एप्लीकेशन दे दी थी लेकिन वहा के प्रोफेसर ने बताया कि यदि वो ऑक्सफ़ोर्ड में प्रथम श्रेणी से पास करेंगे तभी उनको कैम्ब्रिज में प्रेवश मिलेगा |
Graduate From Cambridge University: अब Stephen Hawking स्टीफन हाकिंग ने 1962 में कैम्ब्रिज में दाखिला ले लिया | उनका कैम्ब्रिज में पहला वर्ष बहुत खराब निकला था क्योंकि उनके दैनिक कार्यो में बाधाये आ रही थी | सर्दियों में वो अपने जूते की लेस भी नही बाँध पाते थे | जब स्टीफन हाकिंग के पिता को उनके पुत्र में बदलाव नजर आया तो वो स्टीफन हाकिंग को उनके फॅमिली डॉक्टर के पास लेकर गये | जब डॉक्टरों और विशेषज्ञ ने स्टीफन हाकिंग की जांच की तो उन्हें पता चला की स्टीफन हाकिंग Stephen Hawking एक आसाध्य बीमारी से ग्रसित है जिसका नाम Amyotrophic Lateral Sclerosis [ALS ] है | इस बीमारी में ग्रसित व्यक्ति का स्नायु तन्त्र से नियन्त्रण खत्म होने लगता है जिससे उसके शरीर के हिस्से धीरे धीरे काम करना बंद कर देते है | अंत में श्वसन तन्त्र भी काम करना बंद कर देता है जिससे व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है |
इस बीमारी में केवल आदमी का दिमाग ठीक रहता है लेकिन इससे जुडी तंत्रिकाए काम करना बंद करती जाती है | स्टीफन ने जब इस बीमारी के दुष्परिनाम सुने तो उनके दिमाग में डर की बजाय इस बीमारी के कारणों के प्रश्न उठ रहे थे कि इस रोग से केवल वो ही क्यों ग्रस्त हुए और इस रोग से उनकी हालत कब खराब हो जायेगी | डॉक्टरो ने उन्हें पीएच डी लगातार करने की सलाह दी ताकि उनकी पढाई पुरी हो जाए | अब धीरे धीर वो मन ही मन दुखी हो रहे थे कि अगर मौत ही आनी है तो पढकर क्या करना है और डीग्री किसको दिखानी है | एसी बाते सोचकर स्टीफन हाकिंग डिप्रेशन में चले गये थे और शराब पीना शुरू कर दिय था |
अब बीमारी का निदान होने से पहले ही जीवन से परेशान हो गये थे | अब उन्होंने अपने मन को सम्भाला और सोचा कि अगर उनको मौत ही आनी है तो क्यों ना दुसरो का जीवन बचाकर और कुछ भला काम किया जाए | अब डॉक्टरों ने स्पष्ट रूप से स्टीफन हाकिंग के पिता को कह दिया था कि उनका पुत्र दो साल से ज्यादा जीवित नही रहेगा | जब दो वर्ष बीते तब उनकी बीमारी बढी नही बल्कि उसका बढना रुक गया | हाकिंग को अब जीवन में आनन्द आने लगा था क्योंकि उन्होंने मौत को तो मात दे दिया था लेकिन विकलांगता फिर भी एक सत्य था | अब उन्होंने लाठी के सहारे चलना शुरू कर दिया |
Marriage and Career
साल
1965 में उनकी मुलाकात नए साल के जश्न में Jane
Wilde से हुयी दोनों एक दूसरे को बहुत पसंद आ गए और उन्होंने शादी कर ली। बीमारी के शुरवाती दौर में तो वो अपना काम खुद किया करते थे लेकिन बाद में उनके शरीर के अंगो ने पूरी तरह से काम करना बंद कर दिया था और 1995
में उनकी पहली पत्नी जेन वाइल्ड ने उन्हें तलाक दे दिया। तलाक का कारन यह माना जाता है की Jane
Wilde धार्मिक थी और भगवान में यकीन रखती थी वहीं दूसरी तरफ Stephen
Hawking भगवान पर यकीन नहीं रखते और कहते हैं God doesn’t exist और इसी नास्तिकता के कारण बहुत बार दुनिया ने उनको भला बुरा भी कहा। फिर उन्होंने दूसरी शादी इलियाना मेसन(Ileana
Mason) से की और 2006
में उन्होंने भी Hawking
को में तलाक दे दिया। लेकिन मानना तो पड़ेगा की Stephen Hawking ने अपनी जिंदगी में आने वाले इस ग़म का ऐसे रुख मोड़ा की कोई आम इंसान होता तो वह ऐसी बीमारी को सोच सोच कर ही मर जाता लेकिन ने ऐसी हालत में भी अपनी पीएचडी की पढाई जारी रखी खगोल शाश्त्र में अपना शोध जारी रखा और दुनिया को आपेक्षिता का सिद्धांत और पुंज सिद्धांत मिलाकर एक महाएकीकृत सिद्धांत दिया। आपकी जानकरी के लिए बता दें कि हॉकिंग का IQ
160 है ,जो किसी जीनियस से भी कहीं ज्यादाहै।Stephen Hawking 1979 से 2009
तक वे कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में गणित के प्रोफेसर रह चुके हैं और रॉयल सोसाइटी ऑफ़ आर्ट्स के सम्माननीय सभासद है साथ थी साथ Epic
Science Academy के जीवनपर्यंत(Lifetime) सदस्य है।उनके द्वारा एक बुक ए ब्रीफ हिस्ट्री ऑफ़ टाइम भी लिखी गयी है जो सबसे ज्याद देर तक बिकने वाली किताबो में से एक है।
Disability
Cambridge University में दाखिला तो मिल गया था लेकिन उनकी शारीरिक हालत ख़राब होती जा रही थी जिसके चलते यहाँ उनके पाठ्यक्रम का पहला साल अच्छा नहीं निकले उनको छोटे छोटे काम करने में भी दिक्कते आती रहती थी । जब वे 21
साल की उम्र में जब वे घर छुट्टियाँ मनाने आये थे तो अचानक सीढियों से गिर पड़े और बेहोश हो गए तो उनको डॉक्टर के पास ले जाया गया, मगर किसी ने उस वक़्त इस बात को seriously
नहीं लिया और यह कहकर बात को ऐसे ही टाल दिया गया की यह कमजोरी की वजह से ऐसा हुआ।मगर जब यह बार बार होता रहा तो फिर उनको बड़े doctors
के पास ले जाया गया जहाँ doctors
को यह पता लगा की उनको कोई Amyotrophic Lateral Sclerosis (ALS) नाम की बीमारी है और यह कभी न ठीक होने वाली बीमारी है जिसमें आदमी सिर्फ मानसिक तौर पर ठीक रह सकता है बाकी शारीरिक तौर पर इंसान के सभी अंग काम करना बंद कर देते हैं कह सकते हैं की इंसान एक जिंदा लाश बन जाता है मगर मानसिक तौर पर इंसान स्वस्थ रहता है और stephen
hawking के साथ भी यही हुआ ।
Stephen William Hawking Death Reason:
Stephen William Hawking का निधन १४/०३/२०१८ को ७६ के उम्र में हुआ . इनके मौत का
कारण उनकी २१ की उम्र में हुई बीमारी जिसका नाम Amyotrophic lateral
sclerosis (ALS), also known as Lou Gehrig’s disease था.
Comment Rule:
1. Aap direct comment ma apna link nhi da sakta h lakin ager aap kisi ki help karna ka liya ussa reply ka jariya koi v link provide kar sakta h.
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